Tuesday, September 1, 2009

प्रतिबिम्ब(साहित्य अमृत पत्रिका मई 2009 में प्रकाशित)

आज मेरे ब्लोग की प्रथम वर्षगांठ है । आप सभी ब्लोग पर पधार कर मुझे आशीश एंव प्रोत्साहन दें ।

”मेरी कलाकृतियों को आपका विश्वाश मिला
बीत गया साल लोगों का इतना प्यार मिला ”



”सूरज बनकर देखो, चेहरा तुम्हारा बिम्ब है
ढेरों तारे आस्मां में, आंखों में प्रतिबिम्ब है

15 comments:

अजय कुमार झा said...

लिजीये जी..पहली वर्षगांठ मुबारक हो जी..बहुत बहुत..लगे रहिये...

विनोद कुमार पांडेय said...

Happy Birthday to Chitr Sansaar..

This is my first visit at your blog ..nice post ...achcha laga..
thank you..

महेन्द्र मिश्र said...

ब्लागजगत में एक वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर हार्दिक शुभकामनाये और बधाई .

निर्मला कपिला said...

bब्लाgग् की वर्षगाँठ पर् हार्दिक बधाई मैने साहित्य अमृत मे ये रचना पढी थी बधाई और शुभकामनायें

श्यामल सुमन said...

हार्दिक आशीष और शुभकामनाएँ।

अविनाश वाचस्पति said...
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अविनाश वाचस्पति said...

यामिनी न रहो मिनी
ब्‍लॉग जगत की
बनो स्‍वामिनी।

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।

विजय गौड़ said...

ढेरों शुभकामनाएँ यामिनी। बहुत ही सुंदर चित्र बनाएं है तुमने। सचमुच। वो मां वाली पेंटिंग जो कुछ दिन पूर्व बनाई थी, अदभुत है। जारी रहे रचनात्मकता।

Mahesh said...

ब्लागजगत में एक वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर हार्दिक शुभकामनाये और बधाई .

लता 'हया' said...

thanx. Congs. God bless u.

लता 'हया' said...
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आशीष खण्डेलवाल (Ashish Khandelwal) said...

इस खूबसूरत ब्लॉग को पहली वर्षगांठ की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.. हैपी ब्लॉगिंग

Sudhir Kekre said...

Bahut sari badhaian and best wishes for the future.

रचना गौड़ ’भारती’ said...

yamini
very nice
keep it up, God bless you



your Mom